
रोको ना मुझे उड़ जाने दो ,
सुर-संगम में घुल जाने दो!
जग-जीवन के बंधन तोड़
पर मुझे यहाँ फैलाना हैं ,
बंधना नहीं है किसी धागे से ,
खुल के आज लहराना है !
रोको ना मुझे उड़ जाने दो...
इसे ना रोकना ना टोकना वापिस पीछे ना बुलाना , हंस कर है गुज़र जाना,
जाने दो मुझे है जाना ...
था कल का इरादा मेरा,
छुटा सा कोई वादा मेरा,
उसको अब गुनगुनाने दो...
रोको ना मुझे उड़ जाने दो ,
सुर-संगम में घुल जाने ...