बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
सोचा ये नहीं था एक ऐसा पल भी आएगा ...
मन में टीस उठेगी और चेहरा मुस्कुराएगा ...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
ख्वाबों में घर करेंगी तेरी हर एक अदा...
शाख-ए-जां पर खिलेगी बनके कली सदा...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
आह्ट एक शबनमी सी आने को है ...
होनी एक खुशनुमा सी होने को है...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
धीरे से एक नगमा छेड़ जाने को है ..
तराना मेरे सुरों का कोई गाने को है ...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
मन में टीस उठेगी और चेहरा मुस्कुराएगा ...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
ख्वाबों में घर करेंगी तेरी हर एक अदा...
शाख-ए-जां पर खिलेगी बनके कली सदा...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
आह्ट एक शबनमी सी आने को है ...
होनी एक खुशनुमा सी होने को है...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...
धीरे से एक नगमा छेड़ जाने को है ..
तराना मेरे सुरों का कोई गाने को है ...
बातें कुछ अनकही सी दिल में ही रह गयी...
यादें कुछ अनछुई सी आँखों में ही रह गयी...